लगातार खांसी आना- इस कारण लगातार खांसी हो सकती है यानी आपको एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी हो सकती है और 24 घंटों के भीतर कम से कम तीन बार इस तरह के दौरे पड़ सकते हैं. लेकिन अगर आपको खांसी में बलग़म आता है तो ये भी चिंता की बात हो सकती है.
बुख़ार- इस वायरस के कारण शरीर का तापमान 37.8 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है जिस कारण व्यक्ति का शरीर गर्म हो सकता है और उसे ठंडी महसूस हो सकती है.
गंध और स्वाद का पता नहीं चलना- विशेषज्ञों का कहना है कि बुख़ार और खांसी के अलावा यह भी वायरस संक्रमण का वह संभावित महत्वपूर्ण लक्षण हैं जिन्हें नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए.
पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के मुताबिक़, 85% कोरोना के मरीज़ों में इनमें से कम से कम एक लक्षण देखा जाता है.

ओएनएस के एक हालिया सर्वे के मुताबिक़, नए वेरिएंट से संक्रमित लोगों में पुराने वेरिएंट की तुलना में खांसी, गले में ख़राश, थकान और मांसपेशियों में दर्द होने की संभावना ज़्यादा है.
ऐसे में अगर आप या आप जिन लोगों के साथ रहते हों उनमें किसी में ये लक्षण हों तो तुरंत टेस्ट कराना चाहिए और घर में ही खुद को सेल्फ़ आइसोलेट करना चाहिए ताकि ये संक्रमण दूसरों तक नहीं पहुंचे.
अमरीकी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक ठंड लगना, कंपकंपी महसूस होना, मासंपेशियों में दर्द और गले में खराश होना भी कोरोना वायरस की चपेट में आने के संकेत हो सकते हैं.
माना जा रहा है कोरोना वायरस के लक्षण दिखना शुरू होने में औसतन पांच दिन का वक्त लग सकता है लेकिन कुछ लोगों में ये वक्त कम भी हो सकता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार वायरस के शरीर में पहुंचने और लक्षण दिखने के बीच 14 दिनों तक का समय हो सकता है.
आपके टेस्ट का नतीजा पॉज़िटिव आता है तो आपके पूरे घर को सेल्फ आइसोलेशन में रहना जारी रखना होगा.